23 मई 2019 को गुरुवार है । माननीय प्रधानमंत्री की जन्म कुंडली में वृश्चिक लग्न है अर्थात उन दिनों गोचर में गुरु उनकी लग्न में होंगे क्योंकि जन्म कुंडली में गुरु चतुर्थ केंद्र में हो कर राज्य भाव को अपनी सप्तम पूर्ण दृष्टि से देख रहे हैं अतः वृश्चिक में उनका यह गोचर शुभ है।
गुरु की पंचम दृष्टि यश भाव पर होगी एवं नवम दृष्टि भाग्य घर पर होगी ।भाग्य भाव पर चंद्र की दृष्टि भी उस दिन होगी जो कि उसका अपना ही घर है ।गुरु और चंद्र की भाग्य घर पर यह सम्मिलित दृष्टि भाग्य भाव को बहुत मजबूत बना देगी।
सप्तम में बैठे बुध और सूर्य को लग्न में बैठे गुरु पूर्ण दृष्टि से देख रहे होंगे. सूर्य राजा है तो गुरु मंत्री .राजा और मंत्री का आपसी दृष्टि संबंध अत्यंत ही शुभ है.
लग्नेश मंगल जरूर अष्टम में है किंतु उसके साथ उच्च का राहु भी है।
शनि द्वितीय घर में गोचर करेगा और उसके साथ उच्च का केतु है .जन्म कुंडली में शनि राज्य घर दशम भाव में बैठकर जन भाव चतुर्थ को अपने ही घर में देख रहा है .गोचर में शनि की तृतीय दृष्टि उसके अपने भाव जन भाव पर होगी .शनि के साथ उच्च का केतु असाधारण जन समर्थन की ओर संकेत करता है.
महादशा और अंतर्दशा को देखें तो वह चंद्र की महादशा से गुजर रहे हैं और इन दिनों केतु की अंतर्दशा है. चंद्र का नीच भंग होने की वजह से वह प्रबल और शुभ हो गया है. पहली बार भी वह प्रधानमंत्री बने तब चंद्र में राहु की अंतर्दशा थी .अतः चंद्र और केतु की दशा अंतर्दशा भी शुभ ही होनी चाहिए.
अतः इस बात की पूरी संभावना है कि 23 मई 2019 (गुरुवार) का दिन नरेन्द्र मोदी का ही दिन साबित होगा।
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