3 मार्च 2019 के बाद पीएम के आएंगे अच्छे दिन---

 पंडित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि पीएम मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न वृश्चिक राशि की है। साथ ही पीएम मोदी
की कुंडली में चंद्रमा की महादशा चल रही है। जो वर्ष 2021 तक चलेगी। पीएम मोदी की कुंडली में चन्द्रमा की महादशा में बुध का अंतर चल रहा है, यह स्थिति 3 मार्च 2019 तक रहेगी। इसके ठीक बाद कुंडली में केतु का अतर आयेगा। पीएम मोदी के लिए केतु भाग्य बदलने वाला साबित हो सकता है। पीएम मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न की है और इस लगन में केतु लाभकारी होता है। इसके अतिरिक्त वृश्चिक लग्र के लिए बृहस्पति पंचमेश में होता है। यह स्थिति बहुत अच्छी मानी गई है। तो बता दें कि, मार्च के शुरूआत से ही पीएम मोदी का फिर से अच्छे दिन वाले हैं। यानी अच्छा समय शुरू हो जाएगा। जिसका फायदा पीएम मोदी को 2019 चुनाव में होगा और एक बार पीएम नरेन्द्र मोदी के चलते बीजेपी को बहुमत या फिर सबसे अधिक सीट मिल सकती है।
🌷🌷👉🏻👉🏻🌹🌹✍🏻✍🏻🌸🌸
फ़िलहाल राजस्थान कांग्रेस ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं कि उनकी ओर से मुख्यमंत्री प्रत्याशी कौन होगा लेकिन पहले 2 बार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की कुंडली को देखने से ऐसा लगता है कि इनकी कुंडली में इन दिनों ग्रहों के अच्छे योग बने हुए हैं। लग्न से छठे भाव में गुरु का गोचर और सप्तम में चल रहा शनि का गोचर उनको अच्छी सफलता दिला सकते हैं।
 योगकारक मंगल की महादशा में इस समय सूर्य की अंतर्दशा चल रही चल रही है, जो कि लाभ भाव में होकर उनको ‘राज्य -लाभ’ का का ज्योतिषीय संकेत दे रहे हैं।
17 सितंबर 1950 को गुजरात के वडनगर में जन्मे नरेंद्र मोदी की कुंडली वृश्चिक लग्न और वृश्चिक राशि की है। प्रधानमंत्री मोदी का चंद्रमा अनुराधा नक्षत्र का है, जिस पर अतिचारी गुरु का गोचर तथा धनु में चल रहे शनि की साढ़ेसाती का अशुभ प्रभाव पड़ रहा है। राफेल मामले, सीबीआई विवाद और देश में बढ़ रही बेरोजगारी की की समस्या केंद्र की मोदी सरकार के सामने बड़ी चुनौती बनकर उभर रही है। चंद्र में शुक्र की दशा में चल रहे प्रधानमंत्री मोदी को पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनावों में उनकी पार्टी की हार का सामना करना पड़ सकता है।छत्तीसगढ़ राज्य की कुंडली 1 नवंबर 2000 को मध्य रात्रि में रायपुर की है जहां कर्क लग्न और धनु राशि का प्रभाव है। धनु राशि में इन दिनों शनि महाराज चल रहे हैं जो सत्ता परिवर्तन का योग बना रहे हैं।
🌷🌷👉🏻👉🏻🌹🌹✍🏻✍🏻🌸🌸
तेलंगाना में विधान सभा का चुनाव 7 दिसंबर 2018 को होने जा रहा है। ज्योतिषशास्त्र की गणना बताती है कि इस समय तेलंगाना के वर्तमान मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव की कुंडली में सितारे इतने मजबूत हैं कि फिर से सत्ता में लौट सकते हैं।

दक्षिण भारत में तमिलनाडु के प्राचीन ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार जन्म नक्षत्र में गुरु यानि बृहस्पति ग्रह का गोचर जातक को मानसिक कष्ट के साथ-साथ बड़े बदलावों से होकर गुजरने पर  विवश करता है। इन तमिल ग्रंथों के अनुसार, जब भगवान राम के जन्म नक्षत्र में गोचर के गुरु चल रहे थे तब सीता का हरण रावण के द्वारा किया गया था और राम, सीता की खोज में वन-वन भटकने को विवश हो गए थे। द्वापर युग में दुर्योधन के जन्म नक्षत्र पर जब गुरु का गोचर में भ्रमण हुआ तब वह अपने भाइयों सहित महाभारत के युद्ध में मारे गए। इन ज्योतिष के ग्रंथों के अनुसार, जन्म राशि और नक्षत्र में गुरु का गोचर जातक को उन परिस्थतियों में अधिक कष्ट देता है जब कुंडली में दशा अशुभ हो तथा शनि का गोचर भी प्रतिकूल चल चल रहा हो ।

ठीक ऐसी ही स्थिति इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जन्म-कुंडली में बन रही है क्योंकि दोनों का ही जन्म नक्षत्र अनुराधा है, जहां गोचर में गुरु अतिचारी होकर चल रहे हैं और दोनों की जन्म राशि वृश्चिक है, जो कि शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव में है।


FOR ASTROLOGY www.shubhkundli.com, FOR JOB www.uniqueinstitutes.org

Post a Comment

Please Select Embedded Mode To Show The Comment System.*

Previous Post Next Post