इन उपायों से होगा आसान आपका विदेश यात्रा का सफर/सपना---
हर व्यक्ति विदेश की यात्रा करना चाहता है और मान-सम्मान को प्राप्त करना चाहता
है लेकिन कुंडली के कुछ ग्रह ऐसे होते हैं जो व्यक्ति को विदेश जाने से रोकते रहते हैं.
तो अगर आपको विदेश जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है या विदेश जाने की आप आप सोच रहे हैं और मुमकिन नहीं हो रहा है तो आज ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी आपको 10 विदेश जाने के टोटके/उपाय बता रहे हैं जिनकी मदद से आपका यह सपना पूरा हो सकता है-
1. चमेली हरश्रृंगार या किसी भी सफ़ेद फूल को 6 लौंग और एक टुकड़े कपूर के साथ--
" या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्तिथा नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:"
पढ़ते हुए 54 आहुतियाँ नित्य माँ दुर्गा के सामने देने से आपके विदेश जाने के योग खुलने लगते हैं.
2. मंगलवार और शनिवार के दिन आप हनुमान जी पर चोला चढायें और मंदिर के पंडित से बात करके हनुमान जी पर लगने वाला सिंदूर भी आप लेकर जाये. हनुमान मंदिर में चोला चढाने के बाद मंदिर में ही कम से कम 11 बार हनुमान चालीसा पढ़े. आपको इस कार्य से कुछ ही दिनों में लाभ मिलेगा.
3. एक नारियल लें और पहले उसे घर के मंदिर में कुछ दिन रखा रहने दें और कुछ दिन बाद उसे अपने सर से ऊपर सात बार उतारने के बाद, इस नारियल को मंदिर में ले जायें.
मंदिर में भगवान के सामने अपनी विदेश यात्रा की इच्छा जाहिर करें और नारियल को फोड़ दें. आपको निश्चित रूप से लाभ होगा.
4. सफ़ेद कपड़े में पांच लाल फूल, एक चांदी का छोटा सा टुकड़ा लें, गुड़ और चावल लें और इसकी पोटली बना लें. इसके बाद कम से कम 108 बार गायत्री मन्त्र का जाप करें. मन्त्र के अंत में अपनी इच्छा को जाहिर करें और इस सफ़ेद कपड़े की पोटली को नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें.
5. जो व्यक्ति विदेश यात्रा करके आया है, उस व्यक्ति से उसका रुमाल लें और उसको अपने साथ रखा करें. ध्यान रहे कि यह कपड़ा उपयोग नहीं करना है, बस आप इसको अपने साथ रखें.
6. सफेद तिल और थोड़ा गुड़ लें. सूर्यास्त के समय एक मिट्टी के कुल्हड़ में डालकर उस कुल्हड़ को पीपल के एक स्वयं गिरे हुये पत्ते से ढक लें. ध्यान रखें कि आते समय पीछे मुड़कर न देखें.
घर में आकर स्नान जरूर कर लें. नहाने के पानी में थोड़ा सा शुद्ध केसर मिला लें. ऐसा हर माह एक बार करें, जब तक विदेश यात्रा ना हो जाये.
7. हर बुधवार को भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगायें और गणेश जी की आरती रोज करे. गणेश जी से अपनी समस्या बतायें. आपको महीने भर में लाभ होगा.
8. हल्दी की सात गांठे और इसी तरह से गुड़ की सात गाठें, इनको एक छोटी सी पोटली में बांध लें और किसी रेलवे क्रोसिंग पर जाकर फ़ेंक दें.
9. भगवान शिव को अलग-अलग तरह के 12 फल, हर सोमवार को अर्पित करते रहें और ॐ नमः शिवाय का जाप करें, विदेश जाने के योग बनने लगेंगें।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री एवम उनके साथी वेदाचार्यों द्वारा पाठकों/दर्शकों हेतु शुद्ध, सिद्ध एवम संस्कारित 5 मुखी रूद्राक्ष का (111 का-संख्या) निःशुल्क वितरण किया जाएगा। निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। इन्हें निःशुल्क प्राप्त करने हेतु पंडित दयानन्द शास्त्री के निम्न पते पर पर्याप्त डाक टिकट लगा और स्वयं का पता लिखा लिफाफा भिजवाने की व्यवस्था करें। जो लोग कोरियर या स्पीड पोस्ट से मंगवाना चाहते वे पेकिंग चार्ज एवम कोरियर/स्पीड पोस्ट से इन शुद्ध, सिद्ध एवम संस्कारित रुद्राक्ष प्राप्ति हेतु 150/-Paytm (नम्बर 9039390067 – वाट्सएप पर) करके सूचित करें। - vastushastri08@gmail.com, FOR ASTROLOGY www.expertpanditji.com , FOR JOB www.uniqueinstitutes.org
हर व्यक्ति विदेश की यात्रा करना चाहता है और मान-सम्मान को प्राप्त करना चाहता
है लेकिन कुंडली के कुछ ग्रह ऐसे होते हैं जो व्यक्ति को विदेश जाने से रोकते रहते हैं.
तो अगर आपको विदेश जाने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है या विदेश जाने की आप आप सोच रहे हैं और मुमकिन नहीं हो रहा है तो आज ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री जी आपको 10 विदेश जाने के टोटके/उपाय बता रहे हैं जिनकी मदद से आपका यह सपना पूरा हो सकता है-
1. चमेली हरश्रृंगार या किसी भी सफ़ेद फूल को 6 लौंग और एक टुकड़े कपूर के साथ--
" या देवी सर्वभूतेषु विद्यारुपेण संस्तिथा नमस्तस्यै, नमस्तस्यै, नमस्तस्यै नमो नम:"
पढ़ते हुए 54 आहुतियाँ नित्य माँ दुर्गा के सामने देने से आपके विदेश जाने के योग खुलने लगते हैं.
2. मंगलवार और शनिवार के दिन आप हनुमान जी पर चोला चढायें और मंदिर के पंडित से बात करके हनुमान जी पर लगने वाला सिंदूर भी आप लेकर जाये. हनुमान मंदिर में चोला चढाने के बाद मंदिर में ही कम से कम 11 बार हनुमान चालीसा पढ़े. आपको इस कार्य से कुछ ही दिनों में लाभ मिलेगा.
3. एक नारियल लें और पहले उसे घर के मंदिर में कुछ दिन रखा रहने दें और कुछ दिन बाद उसे अपने सर से ऊपर सात बार उतारने के बाद, इस नारियल को मंदिर में ले जायें.
मंदिर में भगवान के सामने अपनी विदेश यात्रा की इच्छा जाहिर करें और नारियल को फोड़ दें. आपको निश्चित रूप से लाभ होगा.
4. सफ़ेद कपड़े में पांच लाल फूल, एक चांदी का छोटा सा टुकड़ा लें, गुड़ और चावल लें और इसकी पोटली बना लें. इसके बाद कम से कम 108 बार गायत्री मन्त्र का जाप करें. मन्त्र के अंत में अपनी इच्छा को जाहिर करें और इस सफ़ेद कपड़े की पोटली को नदी के बहते पानी में प्रवाहित कर दें.
5. जो व्यक्ति विदेश यात्रा करके आया है, उस व्यक्ति से उसका रुमाल लें और उसको अपने साथ रखा करें. ध्यान रहे कि यह कपड़ा उपयोग नहीं करना है, बस आप इसको अपने साथ रखें.
6. सफेद तिल और थोड़ा गुड़ लें. सूर्यास्त के समय एक मिट्टी के कुल्हड़ में डालकर उस कुल्हड़ को पीपल के एक स्वयं गिरे हुये पत्ते से ढक लें. ध्यान रखें कि आते समय पीछे मुड़कर न देखें.
घर में आकर स्नान जरूर कर लें. नहाने के पानी में थोड़ा सा शुद्ध केसर मिला लें. ऐसा हर माह एक बार करें, जब तक विदेश यात्रा ना हो जाये.
7. हर बुधवार को भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगायें और गणेश जी की आरती रोज करे. गणेश जी से अपनी समस्या बतायें. आपको महीने भर में लाभ होगा.
8. हल्दी की सात गांठे और इसी तरह से गुड़ की सात गाठें, इनको एक छोटी सी पोटली में बांध लें और किसी रेलवे क्रोसिंग पर जाकर फ़ेंक दें.
9. भगवान शिव को अलग-अलग तरह के 12 फल, हर सोमवार को अर्पित करते रहें और ॐ नमः शिवाय का जाप करें, विदेश जाने के योग बनने लगेंगें।
ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री एवम उनके साथी वेदाचार्यों द्वारा पाठकों/दर्शकों हेतु शुद्ध, सिद्ध एवम संस्कारित 5 मुखी रूद्राक्ष का (111 का-संख्या) निःशुल्क वितरण किया जाएगा। निःशुल्क उपलब्ध करवाया जाएगा। इन्हें निःशुल्क प्राप्त करने हेतु पंडित दयानन्द शास्त्री के निम्न पते पर पर्याप्त डाक टिकट लगा और स्वयं का पता लिखा लिफाफा भिजवाने की व्यवस्था करें। जो लोग कोरियर या स्पीड पोस्ट से मंगवाना चाहते वे पेकिंग चार्ज एवम कोरियर/स्पीड पोस्ट से इन शुद्ध, सिद्ध एवम संस्कारित रुद्राक्ष प्राप्ति हेतु 150/-Paytm (नम्बर 9039390067 – वाट्सएप पर) करके सूचित करें। - vastushastri08@gmail.com, FOR ASTROLOGY www.expertpanditji.com , FOR JOB www.uniqueinstitutes.org