मित्रो, 26 फरवरी 2019 को जिसका मूलांक अंक 8 है ।
जानिए क्यों है विशेष 26 फरवरी का दिन ओर मोदीजी के लिए 8 अंक का क्या प्रभाव है आइये समझते है?
शनि कर्म प्रधान ग्रह है सभी ग्रहों में न्यायाधीश कहा जाता है है , अंक शास्त्र (numerology) में 8 का शनि का अंक है , इस अंक से जुड़े लोग विशेषकर 8 जन्मांक (psychic) के लोग , 8 अंक अपने संघर्ष से ही सीख सीख कर जीवन में आगे बढ़ते है और ऊंचाइयां हासिल करते है, परन्तु ये भी सत्य है की चढ़ाई इतनी कठिन होती है की बहुत कम लोग ऊपर तक जा पाते है क्योंकि शनि बिना परीक्षा लिए कुछ नहीं देता ।
आठ अर्थात 8 को शनि का अंक माना जाता है। इस अंक का स्वामी ग्रह शनि है। कुछ अंक शास्त्री आठ अंक को अशुभ मानते हैं क्योंकि यह शनि से जुड़ा है। आठ अंक के व्यक्ति को हर चीज को पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब कहीं जाकर वह कुछ हासिल कर पाता है। यह अंक शनि का है और शनि व्यक्ति को तपाकर ही फल प्रदान करते है। अंकशास्त्र ( Numerology ) में मूलांक 8 के प्रतिनिधि ग्रह शनि / Saturn हैं इसलिए मूलांक 8 के व्यक्तियों पर शनि ग्रह की विशेषताओं का विशेष प्रभाव होता है। यदि आपका जन्म किसी भी महीने के दिनांक 8, 17, और 26 को हुआ है तो आपका मूलांक 8 होगा और आप आजीवन 8 अंक से किसी न किसी रूप में प्रभावित होते रहेंगे। मूलांक 8 वाले व्यक्ति बहुत ही परिश्रमी होते है।अंक 8- 8 का अंक दो शून्यों से बना है यानी एक के ऊपर दूसरा शून्य विद्यमान रहता है। यह एक तरह से दो चक्र हैं, जो आपस में एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। 8 अंक वाले व्यक्ति आत्मनिर्भर होते हैं।
मूलांक 8 वालो का कार्यक्षेत्र ---
मूलांक 8 वाले जातक अथक परिश्रम व लगन से अपने कार्यो में सफल होते है। आप हार्डवेयर स्टोर, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदारी, मशीनरी इत्यादि का काम करते है। आप जैसे लोग डॉक्टर Doctor का पेशा भी अपना सकते है। व्यवसाय के रूप में कैमिस्ट का काम करते हुए भी देखा गया है। बीमा एजेंट, प्रिंटिंग प्रेस आदि के कार्य में भी सफल होते हैं। मूलांक 8 अंक शनि का है और शनि कठिन कार्य जैसे मजदूरी किसान का काम इत्यादि भी करता है। आप जैसे लोग शारीरिक मेहनत से धनोपार्जन करने में ज्यादा विशवास रखते है।
मूलांक 8 की कमजोरी ----
आप बहुत ही सशंकित स्वभाव के जातक है यह आपकी सबसे बड़ी कमजोरी है। आप अपने आप को ज्यादा चालाक ( Clever) समझते है परन्तु यह भूल जाते है की आपसे भी कोई चतुर व्यक्ति है। आपके व्यक्तित्व को समझना आसान नहीं है ज्यादा शांति से काम करने की प्रवृति कभी कभी परेशानी का कारण बन जाता है। गुस्सा को काबू में नहीं रखना बड़ी कमजोरी है।
मूलांक 8 वालो का स्वास्थ्य --
मूलांक 8 वाले किसी न किसी रोग से परेशान रहते है। आपको किडनी का रोग, आंतो में विकार, फोड़ा फुंसी, रक्त सम्बंधित रोग, तथा गठिया आदि बीमारी होने की प्रबल संभावनाए होती हैं। आप लिवर, श्वसन-तंत्र , मूत्र व मल, उदर, त्वचा आदि से सम्बंधित रोग से पीड़ित हो सकते हैं। जीवन के अंतिम पड़ाव में श्रवण शक्ति कमजोर हो जाते है साथ ही नेत्र दोष ( Eyes Problem) भी हो जाता है। मॉस मदिरा का सेवन आपको सर्वनाश कर देगा अतः इससे बचना ही बेहतर उपचार है।
मूलांक 8 वालों की शिक्षा ---
आपकी शिक्षा की प्राप्ति संघर्ष से ही होती है। परन्तु संघर्ष से ही सही धीरे धीरे आप इच्छानुकूल शिक्षा प्राप्त कर लेते है। कई बार इच्छाशक्ति की कमी के कारण आपकी शिक्षा भी अधूरी रह जाती है। आप टेक्निकल तथा उच्च शिक्षा ( Engineering ) प्राप्त कर सकते है।
मूलांक 8 की स्वाभाविक विशेषताएं ---
मूलांक 8 का स्वामी ग्रह शनि हैं । मूलांक “8” को मृत्यु, कष्ट, कार्य क्षमता, कर्मठता, दुर्भाग्य, बाधाओं, इस्पात का प्रतीक माना जाता है। इस मूलांक के व्यक्ति प्रायः कम बोलते हैं। यदि यह कहा जाए कि आप अन्तर्मुखी प्रवृति ( Introvert ) के है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। मूलांक 8 के लोग प्रचार-प्रसार से दूर एकनिष्ठ होकर अपने कामो में लगे रहते हैं। आप हर बात को गंभीरता से सोचते हैं। आप अत्यंत ही गंभीर और शांत प्रकृति के व्यक्ति है। आप किसी भी कार्य को निष्ठापूर्वक निभाते हैं। ।
जिस प्रकार शनि ग्रह सभी ग्रहों में सबसे धीरे धीरे चलने वाला ग्रह है उसी प्रकार मूलांक 8 वाले लोग भी धीरे धीरे ही जीवन में सफलता को प्राप्त करते हैं। आप मार्ग में आने वाली बाधाओ से कभी निराश नहीं होते है।आपके कामो में प्रायः रुकावट आती रहती है। आप बड़े ही तन मन से कार्य करते है परन्तु यह भी देखने में आता है कि काम तो आप करते है परन्तु क्रेडिट कोई और ले जाता है।
सामान्यतः लोग आपके कार्यो को अधिक महत्त्व नहीं देते है, जिससे आप अपने आप को शनै शनैः समाज और परिवार से दूर होने लगते हैं। आप अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए भरपूर कोशिश करते हैं। प्रायः यह देखने में आया है कि मूलांक 8 वाले इस व्यक्ति या तो अत्यंत सफल होते है या तो असफल। ऐसा व्यक्ति जिद्दी स्वभाव का होता है। आप अपनी बात को मनवाने के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं।
अंक 8 वालों का पारिवारिक तथा दाम्पत्य जीवन ---
आपका पारिवारिक जीवन सामान्य रूप से चलते रहेगा। मूलांक 8 वालों का अपने परिजनों, अपने भाई बहनों तथा मित्रों से सामान्य सा रिश्ता रहेगा। पिता के साथ विचारो का मतभेद रहेगा। इनके मित्र भी कम होते हैं उनसे इन्हें लाभ भी कम मिलता है।
आपके प्रेम सम्बन्ध स्थाई नहीं रहते। आप एकतरफा प्यार भी कर सकते है प्रेम का इजहार करना आपके लिए आसान नहीं है। इसी कारण मूलांक 8 वाले लोग को प्रेम सम्बंधों में सतर्कता बरतते है।
गृहस्थ जीवन में कोई न कोई परेशानी आना निश्चित है इसका मुख्य कारण हो सकता है आलस्य और जिद्दीपन। आपकी शादी विलम्ब से हो सकती है। पति पत्नी में मनमुटाव हो सकता हैं। ओपल रत्न पहनकर मनमुटाव दूर कर सकते है । संतान को लेकर भी परेशानी अनुभव करते है।
मूलांक 8 वालों की आर्थिक स्थिति ---
मूलांक 8 वाले जातक में धन संग्रह करने की अच्छी प्रवृत्ति होती है इस कारण आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होती है। आप निरर्थक खर्च करना पसंद नहीं करते है आप बहुत ही सोच समझ कर खर्च करते हैं यही कारण है कि आप धीरे धीरे काफ़ी धन इकट्ठा कर लेते हैं और धनवान हो जाते हैं परन्तु धनवान केवल नाम के लिए क्योकि खर्च तो आप करते है नहीं।
NETUNE J
Y
जानिए क्यों है विशेष 26 फरवरी का दिन ओर मोदीजी के लिए 8 अंक का क्या प्रभाव है आइये समझते है?
17 सितंबर 1950 को जन्मे नरेंद्र मोदी का जन्मांक 8 और भाग्यांक 5 है. भाग्यांक 5 की वजह से ही वे 2014 में प्रधानमंत्री बनें. इस सदी का चौदहवां वर्ष उनके लिए बड़ी सफलता लेकर आया है. उस समय उनकी उम्र 65वें वर्ष में थी. इसका योग 2 होता है. अंक 2 उनके लिए सकारात्मक है. इसके अलावा अंक 5, 8 भी उनके लिए सकारात्मक सीरिज में से है।
नरेंद्र मोदी के नाम का योग अंक 41 है, जिसका कुल अंक 5 निकलता है और 5 भाग्यांक है. उन्हें हमेशा अपनी क्षमता का पूरा प्रयोग करना चाहिए।
उपनाम मोदी का अंक 16 है जिसका कुल अंक 7 निकलता है. यह आरंभिक सफलता के लिए ठीक है, लेकिन उनका पूरा नाम ही उनकी सकारात्मकता, सार्थकता और उर्जा से न्याय कर सकता है।
नरेंद्र मोदी जी ने 26 मई 2014 को पद भार ग्रहण कर सत्ता संभाली , जो की स्वयं भी 8 जन्मांक के व्यक्ति है और शनि प्रधान व्यक्ति है परन्तु कुंडली में उपस्थित प्रबल शनि ने उन्हें विदेश में अपर लोकप्रियता दिलाई, शायद उन्होंने शपथ ग्रहण के लिए ये दिन उन्होंने इसीलिए चुना ताकि शनिदेव और 8 का सहयोग मिल सके, उन्हें शनि का सहयोग मिला इस बात का सबसे अच्छा उदहारण ये है की उनके सत्ता संभालते ही विदेशी बाजार में तेल (शनि) का मूल्य गिर गया और उन्हें देश को अर्थ व्यवस्था को संभालने का मौका मिल गया, ये बात अलग है की 26 तारीख को बनी सरकार की वजह से देश की जनता अभी अच्छे समय के इंतज़ार में है।
भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी के अंक 8 व 5 दोनों ही उन्हें एक सफल राजनीतिज्ञ एवं लोकतंत्र के लिए आवश्यक शख्सियत के रूप में दर्शाते हैं। चलित के वर्ष 2016 = 9 (मंगल) एवं आने वाला वर्ष 2017 = 1 (सूर्य), 2018 = 2 (चन्द्रमा) व 2019 = 3 (गुरु) उनके लिए शुभ रहेंगे। इन सभी वर्षों के अंक शांति एवं अमन के योग पैदा करते हैं। अंकों के आईने में भारत-पाकिस्तान के बीच छोटी-मोटी वारदातें एवं घटनाएं होती रहेंगी। लेकिन युद्ध की संभावना ना के बराबर है। अभी ऐसा कोई योग नहीं है।
पीएम मोदी का जन्म 8 (शनि) की आक्रामकता को दर्शाता है जिस कारण आम आदमी को ये लग सकता है कि सीमा पर व दोनों देशों के बीच युद्ध हो सकता है लेकिन ऐसा कुछ होगा नहीं। एक बात विशेष रूप से, मोदी के जन्म के अंकों में बुध व शनि के कारण शत्रुहंता योग बन रहे हैं। इसलिए कोई भी देश या व्यक्ति जो पीएम नरेन्द्र मोदी से सीधी दुश्मनी रखेगा तो उसका अपने-आप सर्वनाश हो जाएगा। शनि की असीम कृपा से नरेन्द्र मोदी 2014 से 2024 तक निश्चित रूप से भारत के प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
जन्म कुंडली में शनि प्रबल होने की परिस्थिति के बाद भी ये सत्य है की जीवन में उतार चढ़ाव की सम्भावनाये बहुत प्रबल रहती है , ऐसे लोग जिनका नामांक 8 होता है उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे क़ानूनी अड़चने , स्वास्थ्य की समस्याए और आर्थिक परेशानिया आती है कुंडली मे शनि के प्रभाव से इतनी अधिक लोकप्रियता सिर्फ शनि के कुंडली में मजबूत होने से ही मिल सकती है। पर मूलांक 8 की गजब की इच्छाशक्ति का प्रभाव श्री नरेंद्र मोदी जी के ब्यक्तिव में जबरजस्त रूप से दिख रहा।
भारत वर्ष की जन्म दिनांक न तो किसी को मालूम है और न ही सही-सही ज्ञात करना संभव है। लेकिन आजादी के दिन से अगर गणना की जाए तो भारत की जन्मतारीख 15-8-1947 में 15 यानि 1 + 5 = 6 (शुक्र) बनता है। अर्थात्, भारत का मूलांक 6 व पूरी तारीख को जोड़ने पर 15 + 8 + 1947 = 8 (शनि) बनता है। 8 शनि का अंक माना जाता है।
भारत के भाग्यांक की बात की जाए तो 8 शनि का अंक सदैव विवाद, तकलीफदायक एवं संघर्षशील माना जाता है। इस कारण भारत के जन्म के भाग्यांक में ही संघर्ष व हर समय समस्याओं से लड़ना लिखा है। चूंकि भारत का मूलांक 6 शुक्र सदैव सभी अंकों पर भारी पड़ता है इस कारण भारत सदैव सत्य, अहिंसा एवं संस्कृति को बनाए रखते हुए विश्वविजेता बना रहेगा।
इस लिए इसमे कोई दो राय एवं संदेह नही की भारत वर्ष आने वाले समय में विश्व की एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरेगा एवं विश्व मंच का अगला नेतृत्व भारत ही करेगा। एवं आगामी 4 मार्च 2019 को होने वाले राहु केतु का परिवर्तन भी भारत को बहुत बड़ी राहत देगा। एवं शनि आतंकवाद रूपी राहु को अवश्य ही पराजित करेगा। बहुत ही जल्द पाकिस्तान भारत के पैर पर गुठने के बल बैठ कर नाक रगड़ेगा एवं भारत के प्रभाव से विश्व में अलग थलग पड़ कर अपनी आर्थिक स्थिति भी और ज्यादा बदतर कर बैठेगा। कुल मिलाकर भारतवर्ष एवं श्री नरेंद्र भाई मोदी का पुरे विश्व में डंका बजना बिलकुल ही निश्चित है।
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जानिए क्यों है विशेष 26 फरवरी का दिन ओर मोदीजी के लिए 8 अंक का क्या प्रभाव है आइये समझते है?
शनि कर्म प्रधान ग्रह है सभी ग्रहों में न्यायाधीश कहा जाता है है , अंक शास्त्र (numerology) में 8 का शनि का अंक है , इस अंक से जुड़े लोग विशेषकर 8 जन्मांक (psychic) के लोग , 8 अंक अपने संघर्ष से ही सीख सीख कर जीवन में आगे बढ़ते है और ऊंचाइयां हासिल करते है, परन्तु ये भी सत्य है की चढ़ाई इतनी कठिन होती है की बहुत कम लोग ऊपर तक जा पाते है क्योंकि शनि बिना परीक्षा लिए कुछ नहीं देता ।
आठ अर्थात 8 को शनि का अंक माना जाता है। इस अंक का स्वामी ग्रह शनि है। कुछ अंक शास्त्री आठ अंक को अशुभ मानते हैं क्योंकि यह शनि से जुड़ा है। आठ अंक के व्यक्ति को हर चीज को पाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब कहीं जाकर वह कुछ हासिल कर पाता है। यह अंक शनि का है और शनि व्यक्ति को तपाकर ही फल प्रदान करते है। अंकशास्त्र ( Numerology ) में मूलांक 8 के प्रतिनिधि ग्रह शनि / Saturn हैं इसलिए मूलांक 8 के व्यक्तियों पर शनि ग्रह की विशेषताओं का विशेष प्रभाव होता है। यदि आपका जन्म किसी भी महीने के दिनांक 8, 17, और 26 को हुआ है तो आपका मूलांक 8 होगा और आप आजीवन 8 अंक से किसी न किसी रूप में प्रभावित होते रहेंगे। मूलांक 8 वाले व्यक्ति बहुत ही परिश्रमी होते है।अंक 8- 8 का अंक दो शून्यों से बना है यानी एक के ऊपर दूसरा शून्य विद्यमान रहता है। यह एक तरह से दो चक्र हैं, जो आपस में एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। 8 अंक वाले व्यक्ति आत्मनिर्भर होते हैं।
मूलांक 8 वालो का कार्यक्षेत्र ---
मूलांक 8 वाले जातक अथक परिश्रम व लगन से अपने कार्यो में सफल होते है। आप हार्डवेयर स्टोर, ट्रांसपोर्टर, ठेकेदारी, मशीनरी इत्यादि का काम करते है। आप जैसे लोग डॉक्टर Doctor का पेशा भी अपना सकते है। व्यवसाय के रूप में कैमिस्ट का काम करते हुए भी देखा गया है। बीमा एजेंट, प्रिंटिंग प्रेस आदि के कार्य में भी सफल होते हैं। मूलांक 8 अंक शनि का है और शनि कठिन कार्य जैसे मजदूरी किसान का काम इत्यादि भी करता है। आप जैसे लोग शारीरिक मेहनत से धनोपार्जन करने में ज्यादा विशवास रखते है।
मूलांक 8 की कमजोरी ----
आप बहुत ही सशंकित स्वभाव के जातक है यह आपकी सबसे बड़ी कमजोरी है। आप अपने आप को ज्यादा चालाक ( Clever) समझते है परन्तु यह भूल जाते है की आपसे भी कोई चतुर व्यक्ति है। आपके व्यक्तित्व को समझना आसान नहीं है ज्यादा शांति से काम करने की प्रवृति कभी कभी परेशानी का कारण बन जाता है। गुस्सा को काबू में नहीं रखना बड़ी कमजोरी है।
मूलांक 8 वालो का स्वास्थ्य --
मूलांक 8 वाले किसी न किसी रोग से परेशान रहते है। आपको किडनी का रोग, आंतो में विकार, फोड़ा फुंसी, रक्त सम्बंधित रोग, तथा गठिया आदि बीमारी होने की प्रबल संभावनाए होती हैं। आप लिवर, श्वसन-तंत्र , मूत्र व मल, उदर, त्वचा आदि से सम्बंधित रोग से पीड़ित हो सकते हैं। जीवन के अंतिम पड़ाव में श्रवण शक्ति कमजोर हो जाते है साथ ही नेत्र दोष ( Eyes Problem) भी हो जाता है। मॉस मदिरा का सेवन आपको सर्वनाश कर देगा अतः इससे बचना ही बेहतर उपचार है।
मूलांक 8 वालों की शिक्षा ---
आपकी शिक्षा की प्राप्ति संघर्ष से ही होती है। परन्तु संघर्ष से ही सही धीरे धीरे आप इच्छानुकूल शिक्षा प्राप्त कर लेते है। कई बार इच्छाशक्ति की कमी के कारण आपकी शिक्षा भी अधूरी रह जाती है। आप टेक्निकल तथा उच्च शिक्षा ( Engineering ) प्राप्त कर सकते है।
मूलांक 8 की स्वाभाविक विशेषताएं ---
मूलांक 8 का स्वामी ग्रह शनि हैं । मूलांक “8” को मृत्यु, कष्ट, कार्य क्षमता, कर्मठता, दुर्भाग्य, बाधाओं, इस्पात का प्रतीक माना जाता है। इस मूलांक के व्यक्ति प्रायः कम बोलते हैं। यदि यह कहा जाए कि आप अन्तर्मुखी प्रवृति ( Introvert ) के है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी। मूलांक 8 के लोग प्रचार-प्रसार से दूर एकनिष्ठ होकर अपने कामो में लगे रहते हैं। आप हर बात को गंभीरता से सोचते हैं। आप अत्यंत ही गंभीर और शांत प्रकृति के व्यक्ति है। आप किसी भी कार्य को निष्ठापूर्वक निभाते हैं। ।
जिस प्रकार शनि ग्रह सभी ग्रहों में सबसे धीरे धीरे चलने वाला ग्रह है उसी प्रकार मूलांक 8 वाले लोग भी धीरे धीरे ही जीवन में सफलता को प्राप्त करते हैं। आप मार्ग में आने वाली बाधाओ से कभी निराश नहीं होते है।आपके कामो में प्रायः रुकावट आती रहती है। आप बड़े ही तन मन से कार्य करते है परन्तु यह भी देखने में आता है कि काम तो आप करते है परन्तु क्रेडिट कोई और ले जाता है।
सामान्यतः लोग आपके कार्यो को अधिक महत्त्व नहीं देते है, जिससे आप अपने आप को शनै शनैः समाज और परिवार से दूर होने लगते हैं। आप अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए भरपूर कोशिश करते हैं। प्रायः यह देखने में आया है कि मूलांक 8 वाले इस व्यक्ति या तो अत्यंत सफल होते है या तो असफल। ऐसा व्यक्ति जिद्दी स्वभाव का होता है। आप अपनी बात को मनवाने के लिए हरसंभव प्रयास करते हैं।
अंक 8 वालों का पारिवारिक तथा दाम्पत्य जीवन ---
आपका पारिवारिक जीवन सामान्य रूप से चलते रहेगा। मूलांक 8 वालों का अपने परिजनों, अपने भाई बहनों तथा मित्रों से सामान्य सा रिश्ता रहेगा। पिता के साथ विचारो का मतभेद रहेगा। इनके मित्र भी कम होते हैं उनसे इन्हें लाभ भी कम मिलता है।
आपके प्रेम सम्बन्ध स्थाई नहीं रहते। आप एकतरफा प्यार भी कर सकते है प्रेम का इजहार करना आपके लिए आसान नहीं है। इसी कारण मूलांक 8 वाले लोग को प्रेम सम्बंधों में सतर्कता बरतते है।
गृहस्थ जीवन में कोई न कोई परेशानी आना निश्चित है इसका मुख्य कारण हो सकता है आलस्य और जिद्दीपन। आपकी शादी विलम्ब से हो सकती है। पति पत्नी में मनमुटाव हो सकता हैं। ओपल रत्न पहनकर मनमुटाव दूर कर सकते है । संतान को लेकर भी परेशानी अनुभव करते है।
मूलांक 8 वालों की आर्थिक स्थिति ---
मूलांक 8 वाले जातक में धन संग्रह करने की अच्छी प्रवृत्ति होती है इस कारण आपकी आर्थिक स्थिति अच्छी होती है। आप निरर्थक खर्च करना पसंद नहीं करते है आप बहुत ही सोच समझ कर खर्च करते हैं यही कारण है कि आप धीरे धीरे काफ़ी धन इकट्ठा कर लेते हैं और धनवान हो जाते हैं परन्तु धनवान केवल नाम के लिए क्योकि खर्च तो आप करते है नहीं।
NETUNE J
Y
जानिए क्यों है विशेष 26 फरवरी का दिन ओर मोदीजी के लिए 8 अंक का क्या प्रभाव है आइये समझते है?
17 सितंबर 1950 को जन्मे नरेंद्र मोदी का जन्मांक 8 और भाग्यांक 5 है. भाग्यांक 5 की वजह से ही वे 2014 में प्रधानमंत्री बनें. इस सदी का चौदहवां वर्ष उनके लिए बड़ी सफलता लेकर आया है. उस समय उनकी उम्र 65वें वर्ष में थी. इसका योग 2 होता है. अंक 2 उनके लिए सकारात्मक है. इसके अलावा अंक 5, 8 भी उनके लिए सकारात्मक सीरिज में से है।
नरेंद्र मोदी के नाम का योग अंक 41 है, जिसका कुल अंक 5 निकलता है और 5 भाग्यांक है. उन्हें हमेशा अपनी क्षमता का पूरा प्रयोग करना चाहिए।
उपनाम मोदी का अंक 16 है जिसका कुल अंक 7 निकलता है. यह आरंभिक सफलता के लिए ठीक है, लेकिन उनका पूरा नाम ही उनकी सकारात्मकता, सार्थकता और उर्जा से न्याय कर सकता है।
नरेंद्र मोदी जी ने 26 मई 2014 को पद भार ग्रहण कर सत्ता संभाली , जो की स्वयं भी 8 जन्मांक के व्यक्ति है और शनि प्रधान व्यक्ति है परन्तु कुंडली में उपस्थित प्रबल शनि ने उन्हें विदेश में अपर लोकप्रियता दिलाई, शायद उन्होंने शपथ ग्रहण के लिए ये दिन उन्होंने इसीलिए चुना ताकि शनिदेव और 8 का सहयोग मिल सके, उन्हें शनि का सहयोग मिला इस बात का सबसे अच्छा उदहारण ये है की उनके सत्ता संभालते ही विदेशी बाजार में तेल (शनि) का मूल्य गिर गया और उन्हें देश को अर्थ व्यवस्था को संभालने का मौका मिल गया, ये बात अलग है की 26 तारीख को बनी सरकार की वजह से देश की जनता अभी अच्छे समय के इंतज़ार में है।
भारत के पीएम नरेन्द्र मोदी के अंक 8 व 5 दोनों ही उन्हें एक सफल राजनीतिज्ञ एवं लोकतंत्र के लिए आवश्यक शख्सियत के रूप में दर्शाते हैं। चलित के वर्ष 2016 = 9 (मंगल) एवं आने वाला वर्ष 2017 = 1 (सूर्य), 2018 = 2 (चन्द्रमा) व 2019 = 3 (गुरु) उनके लिए शुभ रहेंगे। इन सभी वर्षों के अंक शांति एवं अमन के योग पैदा करते हैं। अंकों के आईने में भारत-पाकिस्तान के बीच छोटी-मोटी वारदातें एवं घटनाएं होती रहेंगी। लेकिन युद्ध की संभावना ना के बराबर है। अभी ऐसा कोई योग नहीं है।
पीएम मोदी का जन्म 8 (शनि) की आक्रामकता को दर्शाता है जिस कारण आम आदमी को ये लग सकता है कि सीमा पर व दोनों देशों के बीच युद्ध हो सकता है लेकिन ऐसा कुछ होगा नहीं। एक बात विशेष रूप से, मोदी के जन्म के अंकों में बुध व शनि के कारण शत्रुहंता योग बन रहे हैं। इसलिए कोई भी देश या व्यक्ति जो पीएम नरेन्द्र मोदी से सीधी दुश्मनी रखेगा तो उसका अपने-आप सर्वनाश हो जाएगा। शनि की असीम कृपा से नरेन्द्र मोदी 2014 से 2024 तक निश्चित रूप से भारत के प्रधानमंत्री बने रहेंगे।
जन्म कुंडली में शनि प्रबल होने की परिस्थिति के बाद भी ये सत्य है की जीवन में उतार चढ़ाव की सम्भावनाये बहुत प्रबल रहती है , ऐसे लोग जिनका नामांक 8 होता है उन्हें बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे क़ानूनी अड़चने , स्वास्थ्य की समस्याए और आर्थिक परेशानिया आती है कुंडली मे शनि के प्रभाव से इतनी अधिक लोकप्रियता सिर्फ शनि के कुंडली में मजबूत होने से ही मिल सकती है। पर मूलांक 8 की गजब की इच्छाशक्ति का प्रभाव श्री नरेंद्र मोदी जी के ब्यक्तिव में जबरजस्त रूप से दिख रहा।
भारत वर्ष की जन्म दिनांक न तो किसी को मालूम है और न ही सही-सही ज्ञात करना संभव है। लेकिन आजादी के दिन से अगर गणना की जाए तो भारत की जन्मतारीख 15-8-1947 में 15 यानि 1 + 5 = 6 (शुक्र) बनता है। अर्थात्, भारत का मूलांक 6 व पूरी तारीख को जोड़ने पर 15 + 8 + 1947 = 8 (शनि) बनता है। 8 शनि का अंक माना जाता है।
भारत के भाग्यांक की बात की जाए तो 8 शनि का अंक सदैव विवाद, तकलीफदायक एवं संघर्षशील माना जाता है। इस कारण भारत के जन्म के भाग्यांक में ही संघर्ष व हर समय समस्याओं से लड़ना लिखा है। चूंकि भारत का मूलांक 6 शुक्र सदैव सभी अंकों पर भारी पड़ता है इस कारण भारत सदैव सत्य, अहिंसा एवं संस्कृति को बनाए रखते हुए विश्वविजेता बना रहेगा।
इस लिए इसमे कोई दो राय एवं संदेह नही की भारत वर्ष आने वाले समय में विश्व की एक महत्वपूर्ण शक्ति के रूप में उभरेगा एवं विश्व मंच का अगला नेतृत्व भारत ही करेगा। एवं आगामी 4 मार्च 2019 को होने वाले राहु केतु का परिवर्तन भी भारत को बहुत बड़ी राहत देगा। एवं शनि आतंकवाद रूपी राहु को अवश्य ही पराजित करेगा। बहुत ही जल्द पाकिस्तान भारत के पैर पर गुठने के बल बैठ कर नाक रगड़ेगा एवं भारत के प्रभाव से विश्व में अलग थलग पड़ कर अपनी आर्थिक स्थिति भी और ज्यादा बदतर कर बैठेगा। कुल मिलाकर भारतवर्ष एवं श्री नरेंद्र भाई मोदी का पुरे विश्व में डंका बजना बिलकुल ही निश्चित है।
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