जानिए कैसे रहेंगें 2019 में भारत-पाक के संबंध? क्या कहता है वैदिक ज्योतिष?

वर्तमान में भारत-पाक युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं व पाक के आका परमाणु युद्ध की धमकी दे रहे हैं, ऐसी स्थिति में युद्ध की आशंका है या नहीं? इसी विषय पर आधारित ज्योतिषीय विश्लेषण प्रस्तुत है।

भारत की कुंडली वृषभ लग्न की है जिसके स्वामी शुक्र हैं। वृषभ लग्न व लग्नेश शुक्र दोनों को ही स्वभाव से शांत माना जाता है। इसी कारण भारत का स्वभाव भी क्षमाशील है। भारत उग्रता का परिचय बहुत ही अति होने के बाद देता है। इसके विपरीत पाकिस्तान की कुंडली को देखा जाये तो वह मेष लग्न की बनती है जिसके स्वामी मंगल हैं। ज्योतिषाचार्य पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि मेष लग्न व लग्नेश मंगल दोनों की प्रकृति में आक्रामकता नीहित होती है। मंगल ग्रह को युद्ध का कारक माना जाता है। इसलिये उग्रता पाकिस्तान के स्वभाव में ही है और अपने स्वभाव को कोई त्याग नहीं सकता। भारत की नरमी और पाक की गरमी को आप भारत-पाक के संबंधों में शुरुआत से ही देख सकते हैं।

हालांकि पाकिस्तान, भारत के साथ निर्णायक युद्ध नहीं चाहता है वह तो छद्म युद्ध के माध्यम से कश्मीर को जैसे तैसे भारत से हासिल करना चाहता है ।पाकिस्तान, भारत को एटम बम की धमकी भी दे चुका है। हालांकि वह जानता है कि वह ऐसा करने में सक्षम नहीं है। यदि भारत ने कोई हमला किया तो पाकिस्तान भारत से बदला लेने के लिए देश में बड़े पैमाने पर आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे सकता है जिसके जवाब में भारत, पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा युद्ध कर सकता है। भारत के खिलाफ रासायनीक हथियार का प्रयोग भी कर सकता है। पण्डित दयानन्द शास्त्रों के अनुसार पाकिस्तान की कुंडली में चौथे घर में सूर्य, शनि, शुक्र, बुध व चंद्रमा 5 ग्रहों का जमावड़ा होने के कारण पाकिस्तान न खुद शांत रहेगा और न ही पड़ोसी को शांत रहने देगा। पाक कुंडली में कुलीक नामक कालसर्प योग अधिक पीड़ादायक होने से उसे जीवन भर संघर्ष, धन की हानि होगी तथा वह भारत के लिए सिरदर्द बना रहेगा। चीन की कुंडली में मकर लग्र तथा सप्तम स्थान में नीच का मंगल होने के कारण अपनी षड्यंत्रकारी कुचालों से भारत को नुक्सान व आक्रमण की तैयारी में लगा रहेगा तथा अंत में निर्णायक जंग करके ही दम लेगा।


पाकिस्तान की कुण्डली में मौजूद विष योग के कारण भारत को विश्वास घात का सामना करना होगा। भारत के साथ हो सकता है कि इस बार भी पाकिस्तान विश्वाघात करे। इसलिए भारत को इस बार दुश्मन की चाल को समझ कर उसे पूरी तरह नेस्तनाबूद करना जरूरी होगा तभी भारत का भविष्य सुरक्षित रह पाएगा।

ज्योतिष की दृष्टि से युद्ध की पहल पाकिस्तान करेगा और इस जंग में भारत की कुंडली में शत्रु स्थान पर देवगुरु बृहस्पति बैठे हैं, जिसके कारण संसार के अंदर शत्रु पक्ष में भारत का मान, गौरव, दबदबा व बड़प्पन ऊंचा रहेगा। वर्तमान में भारत की कुंडली में कर्क राशि का चंद्रमा तीसरे भाव में होने के कारण तथा चंद्रमा की महादशा होने के कारण भारत का समय अच्छा चल रहा है। यह समय पाकिस्तान का पोस्टमार्टम करने के लिए उचित है। युद्ध होने पर पाकिस्तान के टुकड़े-टुकड़े हो जाएंगे। भारतवर्ष के लिए मूलांक  वाले वर्ष शुभ है। इस समय जीत का डंका निश्चित रूप से बजेगा ।2020 तक पाकिस्तान के तीन टुकड़े हो जाना चाहिए। ऐसे में पाकिस्तान भारत के खिलाफ रासायनीक हथियार का इस्तेमाल करेगा।


भारत के राशि स्वामी चंद्रमा से पाकिस्तान के राशि स्वामी बुध की शत्रुता--

लग्न ही नहीं यदि राशिनुसार भी आकलन किया जाये तो भारत की राशि कर्क है जिसके स्वामी चंद्रमा हैं। चंद्रमा को भी शीतलता व शांति का प्रतीक माना जाता है। भारत तो हमेशा से ही शांतिदूत के रूप में जाना जाता रहा है। वहीं पाकिस्तान की राशि मिथुन है जिसके स्वामी बुध हैं। बुध का स्वयं अपना कोई अस्तित्व नहीं होता वह हमेशा दूसरों पर आश्रित रहता है और उनकी सोच से अपना कार्य करता है। लेकिन चंद्रमा से बुध का संबंध शत्रुवत माना जाता है। हालांकि पौराणिक कथाओं में बुध को चंद्रमा का पुत्र माना जाता है और चूंकि चंद्रमा ने बुध की मां तारा से छल किया इस कारण बुध का उससे शत्रुवत सबंध है। यही कारण है कि भारत से पाकिस्तान का संबंध शत्रुता का रहता है।

इस प्रकार जन्म कुंडली के अनुसार लग्न, लग्नेश, राशि आदि के आकलन से भारत और पाकिस्तान का संबंध आरंभ से ही शत्रुवत रहा है। भारत की राशि से पाकिस्तान की राशि 12वीं होने के कारण आपसी प्यार-प्रेम की कमी लगातार दोनों देशों में बनी रहती है। ग्रहों के बीच मैत्री न होने से भी दोनों देश एक दूसरे को राजनीतिक रूप से हमेशा नीचा दिखाने का प्रयास करते रहते हैं। पण्डित दयानन्द शास्त्री ने बताया कि यदि वर्ष 2019 में ग्रहों की दशानुसार आकलन करें तो भारत-पाकिस्तान के बीच 2019 में किसी बड़े युद्ध की संभावनाएं तो कम हैं लेकिन सीमाओं पर स्थिति तनावपूर्ण व छिटपुट घटनाएं देखने को मिल सकती हैं।

केतु व शनि का साथ बिगड़ सकते हैं हालात--

वर्ष का आरंभ कन्या लग्न व तुला राशि में हो रहा है। वर्ष लग्न स्वामी व पाकिस्तान की राशि के स्वामी बुध हैं जो वर्ष लग्न से नव वर्ष आगमन के समय तीसरे स्थान में गुरु के साथ गोचर कर रहे हैं वहीं भारत की कुंडली में लग्न व 2019 की वर्ष राशि स्वामी शुक्र चौथे स्थान में विराजमान हैं। वर्ष की शुरुआत सौहार्दपूर्ण रहने के आसार हैं। हालांकि भारत को लगातार सचेत रहने की आवश्यकता बनी रहेगी। नव वर्ष की शुरुआत खुशहाल हो इसके लिये भारत में कुछ स्थानों पर चौकसी भी बढ़ाई जा सकती है। हालांकि बहुत ज्यादा चिंताजनक स्थिति इस समय नहीं कही जा सकती लेकिन मार्च में राहू भारत की राशि से निकल कर राशि से 12वें स्थान में चले जायेंगें। इस समय अतंर्राष्ट्रीय स्तर पर माहौल भारत के पक्ष में बन सकता है। रक्षा बजट भी भारत को बढ़ाने की आवश्यकता पड़ेगी। हालांकि इसी समय केतु का शनि के साथ आना रिश्तों में कड़वाहट लायेगा। आपसी द्वंद और बढ़ने के आसार बन सकते हैं। अप्रैल से लेकर अगस्त के बीच बृहस्पति व शनि के वक्री होने के कारण विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता दोनों देशों को होगी। इस समय परिस्थितियां तनावपूर्ण हो सकती हैं। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी घटना को अंजाम देने के प्रयास भी इस समय हो सकते हैं। इसके अलावा समय दोनों देशों में सौहार्द बढ़ाने के लिये प्रयास किये जाने के संकेत कर रहा है।

निष्कर्ष---
भारत, चीन व पाकिस्तान की कुंडलियों का विवेचन करने से पता चलता है कि चीन व पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक जंग लडऩी ही होगी, क्योंकि भारत की कुंडली में तीसरे घर में सूर्य, बुध, शुक्र, शनि एवं चंद्रमा 5 ग्रहों की युती तथा कालसर्प दोष के कारण भारत को पड़ोसी देशों से विश्वासघात का सामना करना पड़ेगा। तीसरा घर साहस व पड़ोसी का भी होता है। भारत की कुंडली में 5 ग्रहों के योग के कारण संतुलन में कमी रहती है। पड़ोसी देशों से समस्याएं आती हैं। नव विक्रम संवत् 2076 की वर्ष प्रवेश कुंडली के अनुसार, भारत सहित  भारतीय उपमहाद्वीप के कई देशों में काफी उथल-पुथल की स्थिति देखी जायेगी।अंतरराष्ट्रीय दृष्टि से भी विश्व अर्थव्यवस्था काफी नाजुक दौर से गुजरेगी। नेपाल, पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार अपने आंतरिक विवादों के कारण परेशान रहेंगे । सरहदों पर सैनिक-हलचल बढ़ा रहेगा।

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